Flash Story
चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण में उछाल, एक दिन में 27 हजार से अधिक श्रद्धालु हुए शामिल
चारधाम यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण में उछाल, एक दिन में 27 हजार से अधिक श्रद्धालु हुए शामिल
क्या आप भी हैं पैरों के तलवों में दर्द से परेशान? तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत
क्या आप भी हैं पैरों के तलवों में दर्द से परेशान? तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत
“हनुमान जी की नीति ही आज के भारत की नीति है- मुख्यमंत्री योगी”
“हनुमान जी की नीति ही आज के भारत की नीति है- मुख्यमंत्री योगी”
अलंकरण समारोह में अमित शाह ने BSF की भूमिका को बताया विश्वस्तरीय
अलंकरण समारोह में अमित शाह ने BSF की भूमिका को बताया विश्वस्तरीय
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए मतदाता सूची पोर्टल शुरू
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए मतदाता सूची पोर्टल शुरू
मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने उठाए 18 महत्वपूर्ण कदम
मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने उठाए 18 महत्वपूर्ण कदम
सीएम ने परिवहन आरक्षियों को प्रदान किये नियुक्ति पत्र
सीएम ने परिवहन आरक्षियों को प्रदान किये नियुक्ति पत्र
वक्फ अधिनियम 2025 की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट में गरमागरम बहस, फैसला सुरक्षित
वक्फ अधिनियम 2025 की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट में गरमागरम बहस, फैसला सुरक्षित
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गल्जवाड़ी में 92 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन का किया शिलान्यास
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गल्जवाड़ी में 92 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन का किया शिलान्यास

अलंकरण समारोह में अमित शाह ने BSF की भूमिका को बताया विश्वस्तरीय

अलंकरण समारोह में अमित शाह ने BSF की भूमिका को बताया विश्वस्तरीय

देशभक्ति और समर्पण के दम पर बना BSF सबसे प्रभावशाली सीमा सुरक्षा बल

केंद्रीय गृह मंत्री ने 2,000 से अधिक शहीदों को देश के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए किया नमन

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अलंकरण समारोह में भाग लिया और जवानों की वीरता व समर्पण की सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश की सबसे चुनौतीपूर्ण सीमाओं — बांग्लादेश और पाकिस्तान — की सुरक्षा की जिम्मेदारी जब बीएसएफ को सौंपी गई, तो इस बल ने अपनी क्षमताओं से उसे पूरी तरह न्याय दिया।

शाह ने बीएसएफ के इतिहास और बलिदान को याद करते हुए कहा, “1965 से लेकर अब तक, देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए 2,000 से अधिक जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। मैं उनके इस सर्वोच्च बलिदान को राष्ट्र की ओर से नमन करता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएफ इस बात का प्रतीक है कि देशभक्ति और समर्पण के बल पर किसी भी कठिनाई को पार कर विश्व का श्रेष्ठ बल कैसे बना जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top