Flash Story
उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले राज्य के प्रवासियों को धामी सरकार करेगी सम्मानित
लगातार हो रही है बलगम वाली खांसी? ये घरेलू नुस्खे आ सकते हैं काम
प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना- मेधावी छात्रों को मिलेगा सस्ता लोन, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
परिणीति चोपड़ा ने बदला लुक, बोलीं नई फिल्म नए बाल
बॉबी पंवार पर ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम से गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने का लगा आरोप 
उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी तक होंगे नेशनल गेम्स
न शर्म न हया : संविधान की रोज हत्या
मरचूला बस हादसे में सरकार केवल मुआवजा दे कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती- कांग्रेस
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा और बांदीपोरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी

शिवदयाल गिरी इंटर कॉलेज पोखरीखाल में पूर्व छात्रों ने पूर्व शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर सम्मानित कर किया अनूठा कार्य

यमकेश्वर।  शिवदयाल गिरी जनता इंटर कॉलेज पोखरीखाल में पूर्व छात्रों द्वारा विद्यालय के शिक्षकों को आमंत्रित कर शिक्षक दिवस पऱ संम्मानित किया गया। पूर्व छात्रों द्वारा एक समिति बनाई गई औऱ उसके बाद निर्णय लिया गया कि सेवानिवृत शिक्षकों औऱ कार्मिको को विद्यालय में आमंत्रित कर शिक्षक दिवस पऱ सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। समिति से जुड़े पूर्व छात्र सुदेश भट्ट ने कहा कि पूर्व छात्रों द्वारा सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि शिक्षक दिवस पऱ कार्यक्रम आयोजित किया जाय। वही मुकेश कुकरेती ने कहा कि आज हम सब जिन स्थानो में हैँ वह इस विद्यालय औऱ यँहा के गुरुजनो के द्वारा दी गई शिक्षा का प्रतिफल है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य डी एस असवाल ने कहा कि आज पूर्व औऱ वर्तमान शिक्षकों के साथ ही पूर्व औऱ वर्तमान विद्यार्थियों का मिलन होना सुनहरा अवसर हैँ। साथ जी उन्होंने कहा कि आज भी गुरु शिष्य का सम्बन्ध पहले जैसा ही है। यह पूर्व विद्यार्थियों का शिक्षकों के प्रति सम्मान हैँ। आज कि स्थिति औऱ पूर्व कि स्थिति में बहुत अन्तर हो गया है। वही पूर्व शिक्षकों ने अपने अपने अनुभव साझा करते हुए वक्तव्य दिए गये।
पूर्व प्रधानाचार्य कोमल गिरी ने अपना सम्बोधन पत्र विद्यालयके प्रधानाचार्य डी एस असवाल से पढ़ाया औऱ अपनी 30 साल कि लम्बी सेवा को याद करते हुए सबको धन्यवाद देते हुए. कहा कि आप लोंगो का स्नेह मुझे यँहा तक़ खींचकर ले आया। इस गुरु शिष्य परम्परा को निभाने के लिए पूर्व छात्र समिति का धन्यवाद प्रकट किया.कन्हैयालाल शास्त्री ने कहा कि जीवन में गुरु शिष्य का संबंध का आज के समय में प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिला।

जय दत्त कुकरेती ने कहा कि पूर्व छात्रों के इस समान के कार्यकर्म को करने का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विद्यालय को विज्ञान विषय कि सवित्त मान्यता हेतु प्रयास करें। भगत सिंह बडीयारी ने कहा कि पूर्व छात्र छात्राओ के द्वारा किये गये कार्यों से भाव विभोर हूँ, यह हमारा सौभाग्य रहा कि ऐसे शिष्यों के गुरु रहे हैँ। आज गुरु कुम्भ का आयोजन हुआ है।

चरण सिंह बिष्ट ने कहा कि यह सुखद पहल है कि आज भी गुरु शिष्य संबंध यथावत चल रहा है ऐसे कार्यक्रम हम सबके लिए प्रेरणादायक हैँ। भगवती प्रसाद कपरवान जी ने राधाकृष्णन जी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व छात्रों ने ऐतिहासिक कार्य किया हैँ, हम सभी पूर्व गुरुजनो को सम्मानित किया है। पुरानी यादों को स्मरण करते हुए सभी शिष्यों को कहा कि ऐसे शिष्य पाकर हमे गर्व हो रहा हैँ। उम्मेद सिंह रावत ने कहा कि पूर्व छात्राओ ने याद किया हैँ यह अविस्मरणीय रहेगा। इतना स्नेह मिला इसके लिए हम खुद को गौरवान्वित किया हैँ।
दर्शन लाल कंडवाल ने कहा कि मैं सोचता था कि एक वक्त आने पऱ सब भूल जाते है, किन्तु यह मेरी गलत फहमी थी, आज का इस सम्मान कार्यक्रम को देखकर महसूस हो गया कि मेरा सोचना गलत था, आज पूर्व छात्रों ने अपने गुरुजनो को सम्मानित करने का अद्वितीय कार्यक्रम किया हैँ। जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा औऱ स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण ध्यान रखना आवश्यक है।

पूर्व प्रधानाचार्य बीरबल सिंह असवाल ने कहा कि अक्सर जब मुझे विद्यालय कि याद आती हैँ तो मैं अपने सेवानिवृति के समय कि एल्बम देखता हूँ तो विद्यालय. में अपने साथी शिक्षकों के साथ पूर्व छात्रों के साथ बिताये पलो को याद करता हूँ। उन्होने कहा कि पूर्व छात्र मिलकर विज्ञान कि मान्यता के लिए अनुरोध किया गया।

सभी पूर्व शिक्षकों के साथ ही हेड क्लर्क नागेंद्र प्रसाद बछेती सुशील कुमार  फ़ौजू बलवंत सिंह सुमित्रा देवी मोहन सिंह रौथाण गिरीश चंद्र शकुंतला देवी को भी विद्यालय में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

वही पूर्व छात्रों द्वारा एक बार यादों को ताजा करते हुए अपनी एक कक्षा लगवाई गई औऱ भगवती प्रसाद कपरुवान ने पूर्व कि भाँति भूगोल विषय पढ़ाया गया। साथ ही सभी शिक्षकों ने विद्यालय के प्रांगण में पेड़ लगाये गये।

इस अवसर सभी पूर्व छात्र नीरज अशोक कुकरेती, सत्या हर्षवाल, मुकेश, मदन भट्ट ममता, विजयलक्ष्मी, औऱ वर्तमान सभी शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top