भाजपा को यहां अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा – महर्षि
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने कहा कि मंगलौर व बद्रीनाथ में भाजपा के लिए अंगूर खट्टे ही सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को यहां अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा तो उसे प्रत्याशी हरियाणा से आयात करना पड़ा है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन इस बार भारी अंतर से जीत दर्ज कर इतिहास रचने जा रहे हैं। इसमें कोई संशय नहीं रह गया है। महर्षि ने कहा कि चुनाव प्रचार समाप्त होने के साथ ही मंगलौर की तस्वीर अब आईने की तरह साफ हो गई है कि वहां के तमाम मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी को विजयश्री दिलाने जा रहे हैं।
उत्तराखंड के प्रवेश द्वार मंगलौर में भाजपा की स्थिति ठीक अयोध्या जैसी होने वाली है और उसके पैराशूट प्रत्याशी ही नहीं राज्य सरकार में बैठे नेताओं को भी किरकिरी झेलनी पड़ेगी। महर्षि ने कहा कि 2022 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन मामूली अंतर से पराजित हुए थे। तब पूरे प्रदेश में एकसाथ चुनाव हो रहे थे और कांग्रेस पार्टी इस सीट पर बहुत ज्यादा मेहनत नहीं कर पाई थी लेकिन इस बार काजी निजामुद्दीन के साथ पूरी पार्टी चट्टान की तरह खड़ी है और पूरे चुनाव अभियान के दौरान पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पूरी शिद्दत से पूरे चुनाव क्षेत्र का दौरा किया और लोगों के मिल रहे समर्थन से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत तमाम नेताओं ने मंगलौर क्षेत्र में कैम्प किया और लोगों से अधिकतम संवाद कर पार्टी की स्थिति मजबूत की है। मतदाताओं के रुख से स्पष्ट हो गया है कि इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज होगी। महर्षि ने कहा कि इसी तरह बदरीनाथ सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला आसानी से जीत दर्ज करने जा रहे हैं। पार्टी के तमाम नेताओं ने बदरीनाथ क्षेत्र का सघन दौरा कर भाजपा की कलई खोलने का बखूबी काम किया है।तमाम वरिष्ठ नेताओं सहित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल नामांकन के दिन से ही बदरीनाथ क्षेत्र में डटे हुए हैं और लोगों में उनके प्रति अथाह उत्साह दिखा है। महर्षि ने कहा कि कांग्रेस दोनों सीटें जीत कर भाजपा को उसकी जगह दिखाने जा रही है और उसके साथ ही प्रदेश की राजनीति में परिवर्तन की शुरुआत होगी।