Flash Story
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक
विक्रांत मैसी की आगामी फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का टीजर हुआ जारी, 11 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म 
विक्रांत मैसी की आगामी फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का टीजर हुआ जारी, 11 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म 
केंद्रीय कृषि मंत्री ने पाववाला सोडा में किसानों से की सीधी बातचीत
केंद्रीय कृषि मंत्री ने पाववाला सोडा में किसानों से की सीधी बातचीत
पूर्वोत्तर भारत में मानसून बना मुसीबत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, लाखों लोग प्रभावित
पूर्वोत्तर भारत में मानसून बना मुसीबत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, लाखों लोग प्रभावित
थराली के निर्माणाधीन पुल गिरने पर तीन अभियंता निलंबित
थराली के निर्माणाधीन पुल गिरने पर तीन अभियंता निलंबित
फ्रंटलाइन वर्कर्स और आशा कार्यकर्ताओं को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
फ्रंटलाइन वर्कर्स और आशा कार्यकर्ताओं को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
एवरेस्ट विजेता रोहित भट्ट को सीएम धामी ने किया सम्मानित
एवरेस्ट विजेता रोहित भट्ट को सीएम धामी ने किया सम्मानित

धाद लोकभाषा एकांश देहरादून ने किया गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन

धाद लोकभाषा एकांश देहरादून ने किया गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन

समसामायिक विषयों पर कवियों ने किया काव्य पाठ 

देहरादून। धाद लोकभाषा एकांश देहरादून द्वारा गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें कवियों द्वारा समसामायिक विषयो पर, स्त्री चेतना, पर्यावरण आदि विषयो पर काव्य पाठ किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, कार्यक्रम कि अध्यक्षता धाद के केंद्रीय अध्यक्ष लोकेश नवानी द्वारा कि गई, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्त्ता नीरज पंत ने कहा कि आज गढ़वाली साहित्य का नव सृजन हो रहा हैँ औऱ यह गढ़वाली साहित्य के लिए नव युग का निर्माण हैँ, आज के लेखक नूतन विषयो पर गंभीर कविताएं लिख रहें हैँ। वंही विशिष्ट अतिथि एवं वरिष्ठ साहित्यकार सुमित्रा जुगलान ने कहा कि इस तरह गढ़वाली काव्य गोष्ठीयों के आयोजन किया जाना आवश्यक हैँ, ऐसे कार्यक्रमो के आयोजन से हमारी गढ़वाली भाषा के प्रति साहित्यिक रुझान बढ़ेगा औऱ नए लेखकों को एक नई ऊर्जा मिलेगी।

वहीँ धाद के केंद्रीय अध्यक्ष लोकेश नवानी ने कहा किसमय आ गया हैँ कि गढ़वाली काव्य या कहानी को साहित्यिक मानको के अनुरूप स्तरीय लेखन कि आवश्यकता हैँ, अब नव सृजन नूतन औऱ आधुनिक विषयों पर लिखी कविताओं का युग हैँ, औऱ अब गढ़वाली में भी इस तरह का साहित्य सृजन हो रहा हैँ यह अच्छा संकेत हैँ। कार्यक्रम का संचालन शांति प्रकाश जिज्ञासु ने किया।

काव्य गोष्टि का संचालन प्रेमलता सजवाण ने किया। काव्य पाठ करने वाले वरिष्ठ कवि दिनेश डबराल, शाँति प्रकाश जिज्ञाशु बीना कंडारी, रक्षा बौड़ाई, शांति अमोली बिंजोला अंजना कंडवाल नैना, विनीता मैठाणी , मधुरवादिनी तिवारी,अर्चना गौड़, मनोज भट्ट गढ़वाळी, सिद्धि डोभाल, प्रिया देवली, ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top