Grok ने भी माना—धाकड़ धामी की धमक सबसे अलग
देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति में इस बार भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रंग सबसे गाढ़ा नजर आ रहा है। उनकी नेतृत्व क्षमता, निर्णायक फैसलों और सशक्त शासन शैली के चलते विरोधियों का गुलाल उड़ता दिख रहा है। डिजिटल दुनिया से लेकर ज़मीनी राजनीति तक, हर ओर धामी की पकड़ मजबूत होती जा रही है।
Grok AI ने भी माना—धामी की लोकप्रियता टॉप पर
दिलचस्प यह है कि सिर्फ ज़मीनी राजनीति ही नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी धामी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्ज कर रहा है। एलन मस्क के Grok AI ने हाल ही में धामी की लोकप्रियता को लेकर डेटा एनालिसिस किया, जिसमें यह सामने आया कि वे डिजिटल और पब्लिक अपील के मामले में सबसे आगे हैं। सोशल मीडिया ट्रेंड्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उनकी सकारात्मक छवि सबसे मजबूत बनी हुई है।
धामी की बढ़ती सियासी ताकत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की लोकप्रियता लगातार नए मुकाम छू रही है। युवा नीति, समान नागरिक संहिता (UCC), भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई और विकास योजनाओं के चलते उन्होंने जनता के बीच अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी छवि एक तेज़-तर्रार और फैसले लेने वाले नेता की बन चुकी है, जिसका असर अब सियासत में साफ दिखने लगा है।
विपक्ष हुआ बेअसर
कांग्रेस और अन्य विरोधी दल अब तक कोई ठोस रणनीति बनाने में नाकाम रहे हैं। आंतरिक कलह और निष्क्रिय विपक्ष के कारण बीजेपी को कोई चुनौती नहीं मिल पा रही। धामी सरकार के कामकाज के सामने विरोधी दल केवल बयानबाज़ी तक सीमित नजर आ रहे हैं।
CM धामी की आगे की राह
होली के रंगों की तरह, उत्तराखंड की राजनीति में भी धामी का रंग और गाढ़ा होता जा रहा है। उनकी योजनाएं और तेज़ी से अमल में लाई जा रही हैं, और लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पकड़ और मज़बूत होने की पूरी संभावना है। सवाल सिर्फ इतना है—क्या विपक्ष कोई नया दांव खेल पाएगा, या राजनीति की इस होली में धामी का रंग ही सबसे ज्यादा चमकेगा?