बढ़ा हुआ वजन और मोटापा आज सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बन गया है. ज्यादातर लोग इसे चुटकियों में खत्म करना चाहते हैं. क्विक वेट लॉस के लिए वे कीटो डाइट या रैपिड-शॉर्ट टर्म की मदद लेते हैं, जो खतरनाक हो सकता है।
इन तरीकों से 10-12 किलो वजन तो तेजी से घटाया जा सकता है लेकिन जब इस डाइट को छोड़ते हैं तो वजन मेंटेन नहीं रह पाता है और दोगुनी तेजी से बढ़ सकता है. इसके अलावा भी इससे कई खतरे हैं. अगर आप भी वजन तेजी से कम करना चाहते हैं तो कुछ गलतफमियों को दूर करना बेहद जरूरी है।
तेजी से वजन घटाने में कोई बुराई नहीं है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, क्विक वेट लॉस का तरीका बिल्कुल भी सही नहीं है. इससे शरीर को कई गंभीर नुकसान उठाने पड़ सकते हैं. हमेशा धीमी और सही तरीके से वजन कम करना ही बेहतर होता है. कई स्टडीज में पता चला है कि जो लोग धीरे-धीरे वजन कम करते हैं, उनका वजन लंबे समय तक कंट्रोल में रहता है।
एक हफ्ते में ज्यादा वजन नहीं घटाना चाहिए
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि हफ्ते में 400 ग्राम से 1 किलो तक वजन कम करना सुरक्षित होता है लेकिन इससे ज्यादा वजन कम करना ठीक नहीं होता है. इसके कई दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं. तेजी से वजन कम करने वालों के मांसपेशियों को नुकसान, पित्ताशय में पथरी और पोषण संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर भी बढ़ सकता है, जो वजन को तेजी से बढ़ा सकता है।
कीटो डाइट छोडऩे के बाद तेजी से बढऩे लगता है वेट
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप लंबे समय तक कीटो डाइट फॉलो करते हैं तो कई नुकसान उठाने पड़ सकते हैं. 30 से 90 दिन तक के लिए तो यह अच्छा होता है. क्योंकि इस डाइट की सबसे बड़ी समस्या होती है कि ज्यादातर लोग जब इस डाइट को छोडक़र नॉर्मल डाइट में आते हैं तो उनका वजन तेजी से बढऩे लगता है, क्योंकि, वो कार्ब्स का सेवन करने लगते हैं. इसलिए कीटो डाइट की बजाय बैलेंस डाइट वजन कम करने के लिए ज्यादा अच्छा माना जाता है।