Flash Story
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव से की मुलाकात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव से की मुलाकात
प्रदेश में विकसित हो रही है खेल संस्कृति- रेखा आर्या
प्रदेश में विकसित हो रही है खेल संस्कृति- रेखा आर्या
अधिकारियों ने एसईओसी से की रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी
अधिकारियों ने एसईओसी से की रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी
गर्मियों में पाएं दमकती त्वचा, आजमाएं मुल्तानी मिट्टी के ये आसान फेस पैक
गर्मियों में पाएं दमकती त्वचा, आजमाएं मुल्तानी मिट्टी के ये आसान फेस पैक
उत्तरकाशी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, छह लोगों की मौत, एक घायल
उत्तरकाशी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, छह लोगों की मौत, एक घायल
4 अप्रैल से यात्रा शुरू होने तक उत्तराखंड में 16 हज़ार घोड़े- खच्चरों की सैंपलिंग की गई- सचिव पशुपालन
4 अप्रैल से यात्रा शुरू होने तक उत्तराखंड में 16 हज़ार घोड़े- खच्चरों की सैंपलिंग की गई- सचिव पशुपालन
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने की पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा, दिये अहम निर्देश
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने की पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा, दिये अहम निर्देश
राष्ट्रीय खेल दिवस पर होगा खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास
राष्ट्रीय खेल दिवस पर होगा खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास
जिन्होंने मांग का सिंदूर उजाड़ा, हमारी सेना नें उन्हें उजाड़ फेका- रेखा आर्या
जिन्होंने मांग का सिंदूर उजाड़ा, हमारी सेना नें उन्हें उजाड़ फेका- रेखा आर्या

आने वाले समय में चारधाम यात्रा साल भर की होगी – मुख्यमंत्री धामी

आने वाले समय में चारधाम यात्रा साल भर की होगी – मुख्यमंत्री धामी

पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसे प्राथमिकता से लिया जाएगा- मुख्यमंत्री 

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ समेत चारों धामों के शीतकालीन गद्दीस्थलों की शीतकालीन यात्रा हो, इसके लिए योजना बनाई गई है और इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक चारधाम यात्रा चार-छह माह चलती है, लेकिन आने वाले समय में यह शीतकालीन गद्दीस्थलों में भी चले और सालभर तीर्थयात्रियों का आवागमन रहे, इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि शीतकालीन स्थलों पर आने वाले यात्रियों, पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसे प्राथमिकता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीतकाल में देश के अनेक स्थानों में धुंध रहने के साथ ही सूर्य के दर्शन नहीं होते। ऐसे में वहां के लोग उत्तराखंड आएंगे तो उन्हें सूर्य दिखेगा और हिमालय भी। साथ ही बेहतर पर्यावरण मिलेगा। यात्रियों व पर्यटकों को यहां आने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। आने वाले समय में यात्रा सालभर की होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top