चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे रक्षामंत्री
भारत और अमेरिका एक साथ काम करने के लिए तत्पर – केंद्रीय रक्षामंत्री
वॉशिंगटन/दिल्ली। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका में हैं। उन्होंने मैरीलैंड में अमेरिकी नौसैनिक वॉरफेयर फैसिलिटी सेंटर का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका एक साथ काम करने और एक-दूसरे के अनुभवों से लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इसका जिक्र किया। राजनाथ सिंह ने कहा, “कार्डरॉक में नौसेना वॉरफेयर फैसिलिटी सेंटर का दौरा किया और उनके प्रयोगों को देखा। उन्होंने आगे कहा, भारत और अमेरिका एक साथ काम करने और एक-दूसरे के अनुभवों से लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं।”
इससे पहले राजनाथ सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने आपसी हित के प्रमुख रणनीतिक मामलों पर चर्चा की। जेक सुलिवन से मिलने के अलावा राजनाथ सिंह ने यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) द्वारा आयोजित रक्षा उद्योग सम्मेलन में अमेरिकी रक्षा कंपनियों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में मेक इन इंडिया कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए भारतीय भागीदारों के साथ काम करने के लिए आमंत्रित भी किया।
राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा करने और उन्हें और गहरा करने पर भी सहमति जताई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक समुद्री डोमेन जागरूकता, एक क्वाड पहल के संचालन में हुई प्रगति औऱ हिंद महासागर क्षेत्र में भागीदारों के लिए समुद्री डोमेन जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत द्वारा चल रहे प्रयासों की भी सराहना की।
बता दें कि अमेरिका पहुंचने के बाद राजनाथ सिंह ने वहां प्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात की। उन्होंने बाताया कि सितंबर 2024 में आगामी INDUS X सिलिकॉन वैली शिखर सम्मेलन में कई प्रमुख पहलों की घोषणा की जाएगी। दोनों मंत्रियों ने भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा आपूर्ति व्यवस्था (एसओएसए) के समापन पर प्रसन्नता व्यक्त की।