Flash Story
जौनसार-बावर में राशन संकट पर डीएम सख्त, विक्रेताओं को चेताया
जौनसार-बावर में राशन संकट पर डीएम सख्त, विक्रेताओं को चेताया
क्या धूम्रपान आपकी उम्र 10 साल तक घटा सकता है? आइये जानते हैं क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
क्या धूम्रपान आपकी उम्र 10 साल तक घटा सकता है? आइये जानते हैं क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
जनता दरबार और चौपालों के माध्यम से समस्याओं का समाधान हो- मुख्यमंत्री धामी
जनता दरबार और चौपालों के माध्यम से समस्याओं का समाधान हो- मुख्यमंत्री धामी
कोटेश्वर जिला अस्पताल ने रचा इतिहास, जनरल एनेस्थीसिया में पहली सफल सर्जरी
कोटेश्वर जिला अस्पताल ने रचा इतिहास, जनरल एनेस्थीसिया में पहली सफल सर्जरी
यूसीसी- निशुल्क विवाह पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 जुलाई
यूसीसी- निशुल्क विवाह पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 जुलाई
देवभूमि अब खेलभूमि के रूप में सशक्त रूप से उभर रही है- सीएम धामी
देवभूमि अब खेलभूमि के रूप में सशक्त रूप से उभर रही है- सीएम धामी
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक

बर्नआउट क्या है और ये किन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है?

बर्नआउट क्या है और ये किन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है?

भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक थकावट की स्थिति को बर्नआउट कहा जाता है। यह तब होता है, जब हम नकारात्मक भावनाओं, काम और तनाव से इतना घिर जाते हैं कि खुद को नियंत्रित करना ही मुश्किल हो जाता है।यह हमें असफलता और अस्वीकृति की भावना महसूस कराता है। यह सिर्फ भावनात्मक संघर्ष नहीं है, बल्कि इसका शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।आइए जानते हैं कि बर्नआउट की स्थिति से शरीर पर क्या असर पड़ता है।

प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना
बर्नआउट दीर्घकालिक तनाव से जुड़ी स्थिति है। चिंता और तनाव से घिरे रहने से प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा असर पड़ सकता है। इस वजह से संक्रमणों और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।अगर आप इनसे सुरक्षित रहना चाहते हैं तो तनाव को नियंत्रित करने की कोशिश करें और डाइट में ऐसी खान-पान की चीजों को शामिल करें, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकती हैं।

नींद न आना
बर्नआउट की स्थिति में शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी काफी ज्यादा थकावट महसूस करता है और इससे बार-बार मन में बुरे-बुरे ख्याल आते रहते हैं, जिस वजह से नींद आना भी मुश्किल हो जाता है।अगर आपकी नींद बिगड़ती है तो इसके कारण शरीर कई अन्य बीमारियों की चपेट में भी आ सकता है, इसलिए सकारात्मक दृष्टिकोण लाएं।यहां जानिए जीवन में आगे बढऩे के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के तरीके।

पाचन से जुड़ी समस्याएं होना
बर्नआउट के कारण हम अपने खान-पान और नींद के पैटर्न पर ढंग से ध्यान नहीं दे पाते हैं। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है, जिससे पाचन में दिक्कत हो सकती है।जब हम बर्नआउट महसूस करते हैं तो इससे एसिड रिफ्लक्स और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) जैसी पाचन से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है।यहां जानिए आईबीएस के जोखिम कम करने वाली हर्बल चाय।

मांसपेशियों में दर्द होना
लगातार तनाव में रहने के कारण शरीर की मांसपेशियों में तनाव महसूस हो सकता है। इससे मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है, खासकर गर्दन और कंधों में।इस स्थिति में सिर दर्द और माइग्रेन होना भी आम है, इसलिए बिना किसी देरी के डॉक्टर से संपर्क करें।यहां जानिए विभिन्न तरह के सिरदर्द, उनके लक्षण और उनसे बचाव का तरीका।

हार्मोनल असंतुलन की रहती है संभावना
लंबे समय तक तनाव और चिंता के संपर्क में रहने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।बता दें कि हार्मोंन शरीर के सभी कार्यों में अहम भूमिका निभाते हैं और जब ये असंतुलित हो जाते हैं तो इनका शरीर की प्रक्रियाओं पर बुरा असर पड़ता है। इस वजह से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।शरीर के मेटाबॉलिज्म का धीमा होना इसके प्रभावों में शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top