Flash Story
11 गर्ल्स बटालियन ने सीआईएमएस कॉलेज को दी एनएसीसी खोलने की मान्यता
आज सुबह पांच बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट
अब तक 94,218 से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जा चुकी- डॉ विनीता शाह
अर्थव्यवस्था मजबूत करते सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
दुबई में भी चमका उत्तराखंड का सितारा मनित
बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री में कार्यरत पर्यावरण मित्रों को दी जाए अतिरिक्त गर्म वर्दी- प्रेमचंद
भीषण गर्मी से जूझ रहा देश, अगले पांच दिनों तक इन इलाकों में चलेगी लू
आईपीएल 2024- लखनऊ सुपरजायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबला आज 
चारधाम यात्रा- मोर्चे पर मुखिया, सुधरे हालात

उत्तराखंड में जंगल की आग होने लगी बेकाबू, चारों तरफ धुआं फैलने से परेशानी में लोग 

लोगों के घरों तक पहुंच रही जंगलों की राख
वन संपदा का हुआ भारी नुकसान 
धुआं फैलने से श्वास रोगियों को हो रही समस्या 

देहरादून। उत्तराखंड में जंगल की आग अब बेकाबू होने लगी है। वहीं, आग लगने से जंगलों में धुआं फैलने लगा है। उत्तरकाशी, श्रीनगर सहित क्षेत्र के आसपास के जंगलों में लगी आग के कारण घाटी में धुआं फैलने से लोग खासे परेशान हैं, जबकि जंगलों की राख लोगों के घरों तक पहुंच रही है। श्रीनगर के पास डांग के जंगल में बृहस्पतिवार रात को आग लग गई थी, जिससे वन संपदा का भारी नुकसान हुआ है। नगर की ऊपरी पहाड़ियों के जंगल जलने से वहां की राख हवा में उड़कर लोगों के घरों तक पहुंच रही है।

वहीं जंगल की आग से देवप्रयाग क्षेत्र में धुआं फैला है। सीएचसी बागी के डॉ. नूतन प्रकाश पांडे का कहना है कि धुआं से सबसे अधिक समस्या श्वास के रोगियों को हो रही है। वहीं अस्पताल में बुखार, सरदर्द, खांसी, आंखों में जलन, घुटन आदि के रोगी भी बढ़ गए हैं। जनवरी माह से धधक रहे जंगलों से उठ रहा धुंआ पर्यावरण के साथ मानव व मवेशियों को बीमार रहा है। वातावरण में फैला घनी धुंध से दो सौ मीटर की दूरी तक साफ नहीं दिख रहा है।

वनाग्नि का कहर इस कदर है कि बच्छणस्यूं, रानीगढ़, धनपुर, क्यूंजा घाटी, तुंगनाथ घाटी, मद्महेश्वर घाटी, केदारघाटी, कालीमठ घाटी, भरदार, बड़मा, सिलगढ़, तल्लानागपुर में चीड़ बाहुल्य क्षेत्र में शायद ही कोई वन क्षेत्र हो, जो आग की चपेट में न आया हो। आग अब बांज, बुरांश के जंगलों को भी अपनी चपेट में लेने लगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top