रुद्रपुर। उत्तराखंड देवभूमि में चुनावी शंखनाद को पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस दौरान न केवल उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी भेंट की गई बल्कि कुमाऊँ की प्राचीन ऐपण कला और आदि कैलाश का छाया चित्र भी भेंट किया गया। सीएम धामी ने भी पीएम को तमिलनाडु से मंगाया गया एक विशेष तौर का शंख भेंट किया। खैर, उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ी जो भी वस्तुएं पीएम मोदी को भेंट की गई, इन तमाम चीजों को विश्व स्तर पर प्रसिद्धि दिलाने और ब्रांडिंग करने में पीएम मोदी की भी बड़ी भूमिका रही है।
दरअसल, उत्तराखंडी टोपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से खासी पॉपुलैरिटी मिली है। पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में इसका विशेष जिक्र करने से लेकर उत्तराखंड में जब-जब आते हैं तो इस टोपी को धारण जरूर करते हैं। इस टोपी को पीएम द्वारा पहनने के बाद से इस टोपी की डिमांड बहुत बढ़ गई है। ऐसी भी स्थिति आयी कि ब्रह्मकमल लगी इस टोपी की दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलती रही है। इस टोपी को अब और भी अधिक गौरव के साथ उत्तराखंडी लोग धारण करने लगे हैं।
इसी तरह की स्थिति, ऐपण कला के साथ भी रही है। सीएम धामी कुमाऊं की इस विशेष पहचान को दिल्ली दौरों के दौरान पीएम को भेंट कर चुके हैं। यही वजह रही कि इस कला के बारे में हर कोई जानने और इसे लेने को लेकर लोग आतुर रहते हैं।
कमोबेश यही स्थिति आदि कैलाश को लेकर भी कही जा सकती है। दरअसल, जब से पीएम मोदी ने इस क्षेत्र का सीएम धामी के न्यौते के बाद दौरा किया और लोगों से यहाँ आने की अपील की है तब से यहां लोगों की आवाजाही खूब बढ़ रही है। सीएम धामी ने पीएम के विजन को आगे बढ़ाते हुए उड़ान योजना के अंतर्गत इस क्षेत्र के लिये हेली सेवा प्रारंभ कराई है जिसके उत्साहजनक नतीजे सामने हैं।