चुस्त-दुरुस्त और सेहतमंद रहने के लिए रनिंग सबसे अच्छी एक्सरसाइज में से एक है. कई लोग सुबह-सुबह रनिंग करने निकलते हैं. कुछ लोग तेज दौड़ लगाते हैं और कुछ धीरे-धीरे दौड़ते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि दोनों में से कौन ज्यादा बेहतर है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्लो रनिंग भी बेहद फायदेमंद है। धीरे दौडऩे से दिल और दिमाग दोनों की सेहद सुधरती है. इससे मोटापे से राहत मिल सकती है।
आइए जानते हैं स्लो रनिंग के फायदे…
धीरे दौडऩा क्यों फायदेमंद
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, धीमी गति से दौडऩा सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक तौर पर भी फायदा पहुंचाता हैदौडऩा स्लो रनिंग से कैलोरी आसानी से बर्न हो सकती है. इससे इंजरी का खतरा भी नहीं रहता है. सबसे खास बात है कि स्लो रनिंग ज्यादा देर तक कर सकते हैं. इससे ज्यादा दूरी भी तय कर सकते हैं।
दिल की सेहत के लिए जबरदस्त है स्लो रनिंग
एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्लो रनिंग कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए जबरदस्त है. नियमित तौर पर धीरे दौडऩे से दिल की बीमारियों का खतरा कम रहता है। इससे हार्ट की हेल्थ बूस्ट हो जाती है. हेल्दी लोगों का दिल स्लो रनिंग से काफी हेल्दी रहता है. इसे लेकर डॉक्टर की सलाह भी लेना चाहिए।
स्लो रनिंग से ये भी फायदे
1. स्लो रनिंग से हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
2. धीरे दौडऩे से ब्लड प्रेशर की समस्या भी खत्म हो सकती है. हाई बीपी के मरीज को नियमित तौर पर स्लो रनिंग करनी चाहिए. इससे बीपी कंट्रोल में रहता है।
3. तनाव और एंजायटी की समस्या भी स्लो रनिंग से दूर हो सकती है।
4. धीमी गति से दौडऩे से जॉइंट्स और मसल्स पर कम तनाव पड़ता है, जिससे इंजरी का रिस्क भी कम हो जाता है।
5. स्लो रनिंग ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहतर होती है. हालांकि, किसी गंभीर बीमारी में रनिंग से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।