Flash Story
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
देश में कोरोना का खतरा फिर गहराया, एक्टिव केस 5000 पार
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से दिया एकता और विकास का संदेश, चिनाब ब्रिज को बताया भारत की ताकत का प्रतीक
विक्रांत मैसी की आगामी फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का टीजर हुआ जारी, 11 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म 
विक्रांत मैसी की आगामी फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का टीजर हुआ जारी, 11 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म 
केंद्रीय कृषि मंत्री ने पाववाला सोडा में किसानों से की सीधी बातचीत
केंद्रीय कृषि मंत्री ने पाववाला सोडा में किसानों से की सीधी बातचीत
पूर्वोत्तर भारत में मानसून बना मुसीबत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, लाखों लोग प्रभावित
पूर्वोत्तर भारत में मानसून बना मुसीबत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, लाखों लोग प्रभावित
थराली के निर्माणाधीन पुल गिरने पर तीन अभियंता निलंबित
थराली के निर्माणाधीन पुल गिरने पर तीन अभियंता निलंबित
फ्रंटलाइन वर्कर्स और आशा कार्यकर्ताओं को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
फ्रंटलाइन वर्कर्स और आशा कार्यकर्ताओं को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
एवरेस्ट विजेता रोहित भट्ट को सीएम धामी ने किया सम्मानित
एवरेस्ट विजेता रोहित भट्ट को सीएम धामी ने किया सम्मानित

राज्यपाल ने राष्ट्रपति को भेजा यूसीसी  विधेयक, मुहर लगने के बाद राज्य में लागू हो जाएगा कानून

राज्यपाल ने राष्ट्रपति को भेजा यूसीसी  विधेयक, मुहर लगने के बाद राज्य में लागू हो जाएगा कानून

देहरादून। राज्यपाल ने यूसीसी विधेयक राष्ट्रपति को भेजा है। राजभवन ने इस पर विचार करने के बाद विधायी विभाग को भेजा था। विधायी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा गया है। चूंकि यह संविधान की समवर्ती सूची का विषय है, इसलिए बिल अनुमोदन के लिए राज्यपाल से राष्ट्रपति को भेजा गया। विधानसभा से यूसीसी बिल पास होने के बाद इसे राजभवन भेजा गया। इस पर राष्ट्रपति भवन को फैसला लेना है। वहां से मुहर लगने के बाद राज्य में कानून लागू हो जाएगा। उत्तराखंड के बाद असम की भाजपा सरकार यूसीसी बिल विधानसभा में सबसे पहले पेश कर सकती है। राजस्थान सरकार भी यूसीसी लाने का एलान कर चुकी है।

विधेयक में सभी धर्म-समुदायों में विवाह, तलाक, गुजारा भत्ता और विरासत के लिए एक कानून का प्रावधान है। महिला-पुरुषों को समान अधिकारों की सिफारिश की गई है। अनुसूचित जनजातियों को इस कानून की परिधि से बाहर रखा गया है। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि, देश के पहले गांव माणा में संवाद से ड्राफ्ट समिति ने इसकी शुरुआत की थी। उन्होंने अब अन्य राज्यों को भी इस दिशा में प्रयास करने का आह्वान करते हुए कहा, जिस प्रकार गंगा सबके लिए सुखदायी है, वैसे ही यूसीसी भी मातृशक्ति व पूरे समाज के लिए सुखद होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top