Flash Story
पुलिसकर्मी ई-रिट पोर्टल से उच्च न्यायालय में दाखिल कर सकते हैं प्रतिवेदन
लंदन डब्ल्यूटीएम में दिखी प्रधानमंत्री मोदी के ‘चलो इंडिया’ की छाप- महाराज
दिल्ली की हवा में नहीं कोई सुधार, AQI 352 के पार, प्रदूषण से बढ़ीं स्वास्थ्य समस्याएं
उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले राज्य के प्रवासियों को धामी सरकार करेगी सम्मानित
लगातार हो रही है बलगम वाली खांसी? ये घरेलू नुस्खे आ सकते हैं काम
प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना- मेधावी छात्रों को मिलेगा सस्ता लोन, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
परिणीति चोपड़ा ने बदला लुक, बोलीं नई फिल्म नए बाल
बॉबी पंवार पर ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम से गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने का लगा आरोप 
उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी तक होंगे नेशनल गेम्स

क्या दिमाग के अंदर भी हो सकता है कैंसर? जानें क्या होते हैं इसके लक्षण

दिमाग पूरे शरीर को चलाता है. ऐसे में अगर उसकी सेहत का सही तरह ख्याल न रखा जाए तो समस्याएं बढ़ सकती हैं. ब्रेन की हेल्थ की छोटी से छोटी चीजों का भी ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है, वरना कई बीमारियां दस्तक दे सकती हैं. इन्हीं में एक बीमारी है दिमाग के अंदर कैंसर होना।.

इसे सामान्य भाषा में ब्रेन ट्यूमर कहते हैं. ग्लोबोकैन 2020 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में ब्रेन और सेंट्रल नर्वस सिस्टम ट्यूमर की वजह से 2,51,329 लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में आइए जानते हैं ब्रेन कैंसर के लक्षण और बचने के उपाय…

ब्रेन ट्यूमर क्या होता है
सिर की हड्डी और दिमाग में किसी भी तरह की गांठ ब्रेन ट्यूमर होती है. आमतौर पर इसे कैंसर से जोडक़र देखा जाता है लेकिन हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है। अगर सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो जानलेवा हो सकता है. ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है, इसलिए सावधान रहना चाहिए।

ब्रेन कैंसर कितना खतरनाक
ब्रेन ट्यूमर या ब्रेन कैंसर खतरनाक बीमारी है. यह सिर्फ दिमाग ही नहीं बल्कि पूरे शरीर को प्रभावित करती है, क्योंकि दिमाग ही पूरे शरीर को संचालित करता है. बुजुर्गों में ट्यूमर बनने का खतरा हो सकती है. 20 से 40 साल की उम्र में ज्यादातर कैंसर रहित और 50 साल से ज्यादा उम्र वालों में कैंसर वाले ट्यूमर की आशंका ज्यादा रहती है।

ब्रेन ट्यूमर कितने तरह का होता है

1. नॉन कैंसरस ब्रेन ट्यूमर
इसे कैंसर रहित ब्रेन ट्यूमर कहते हैं, जो ब्रेन में धीरे धीरे बढ़ता है. साइज और जगह के आधार पर इसे आसानी से निकाला जा सकता है, सर्जरी के बाद  15 से 20 साल तक मरीज आसानी से जिंदगी जी सकते हैं.

2. कैंसरस ब्रेन ट्यूमर
इसे प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है. इसकी सर्जरी के बाद मरीज 2 से तीन साल ही जिंदा रह पाते हैं. इसलिए ज्यादातर लोग सर्जरी करवाने से बचते हैं. इससे उन्हें उल्टी, सिरदर्द, सीजर अटैक या उठने-बैठने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

3. मेटास्टेसिस ट्यूमर
मेटास्टेसिस ट्यूमर होने पर  लंग कैंसर, लीवर कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढऩे लगता है. ऐसे लोगों में कैंसर की वजह से ये सेल्स ब्रेन तक पहुंचकर उसे डैमेज करने लगते हैं. ये ट्यूमर किसी अन्य बीमारी की वजह से ब्रेन में जन्म लेते हैं।

ब्रेन कैंसर के लक्षण
1. लगातार सिरदर्द बढऩा, एक ही स्थान पर बार-बार दर्द उठना, दवा के बाद ठीक और फिर से दर्द का शुरू होना।
2. सिरदर्द के साथ उल्टी और जी मिचलाना हो सकता है।
3. ब्रेन ट्यूमर की वजह से आंखों में समस्या आ सकती है, धुंधलापन हो सकता है।
4. ब्रेन कैंसर में बोलने में कठिनाई हो सकती है।
5. कुछ मामलों में ब्रेन ट्यूमर की वजह से सुनने में दिक्कत हो सकती है।
6. ब्रेन कैंसर के मरीजों में संतुलन बनाने में समस्याएं हो सकती हैं।
7. ब्रेन ट्यूमर के कारण मानसिक परिवर्तन हो सकते हैं, जैसे कि भूलने की बीमारी, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन
8. ब्रेन कैंसर के मरीजों में कमजोरी और थकान हो सकती है।
9. ब्रेन ट्यूमर के कारण मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है।
10. कुछ मामलों में, ब्रेन कैंसर के मरीजों में दौरे पड़ सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top